हिन्दुस्तान
हाथों में गीता रखेंगे, सीनों में कुरआन रखेंगे,
मेल बढ़ाए जो आपस में, वही धर्म ईमान रखेंगे
शंख बजे भाईचारे का, अमन की एक अज़ान रखेंगे,
काबा और काशी भी होगा, पहले हिन्दुस्तान रखेंगे...
हाथों में गीता रखेंगे, सीनों में कुरआन रखेंगे,
मेल बढ़ाए जो आपस में, वही धर्म ईमान रखेंगे
शंख बजे भाईचारे का, अमन की एक अज़ान रखेंगे,
काबा और काशी भी होगा, पहले हिन्दुस्तान रखेंगे...
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